आप अपना ब्लॉग शुरू करने की चाहत रखते है। औरों की तरह आपके मन में भी ये सवाल होगा कि कौन सा ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म बेहतर है। किस प्लेटफॉर्म के साथ शुरू करें। ये दुविधा जायज है। दरअसल एक अच्छी शुरुआत सफलता का आगाज है। सफलता की चाहत ही इसका ध्येय है और आप को ये तो जाहिर ही होगा कि सफलता का कोई संक्षिप्त रास्ता नहीं होता है। आपके मकसद से जुड़ा हर एक चीज नायब होना चाहिए – आपका आलेख, आपके वेबसाइट का प्रदर्शन, वेबसाइट का स्पीड, प्रस्तुति करण, इत्यादि । ऐसे में ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म की भूमिका अहम् हो जाती है।
पर एक शुरुआती दौर में एक आसान प्लेटफॉर्म के प्रति झुकाव ज्यादा होता है। ताकि शुरुआत आसानी से हो सके। अक्सर लोग ऐसा करते है। पर कालान्तर बाद उन्हें गलती का अहसास होने लगता है। और फिर परेशानियों का सिलसिला शुरू हो जाता है। आपको किसी और प्लेटफॉर्म पर अपना सारा आलेख / पोस्ट को ट्रांसफर करना पड़ेगा जो कि एक जटिल प्रक्रिया है और आपको किसी अनुभवी व्यक्ति से सहायता लेनी पद सकती है । हो सकता है अच्छे खासे पैसे भी खर्च करना पड़े। इसलिए शुरुआत में ही अगर सोच समझ कर फैसला लिया जाये तो आजीवन आपको ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म चेंज करने कि जरुरत नहीं पड़ती है और इसका एक बहुत बड़ा फ़ायदा ये है कि आप फिर अपना सारा ध्यान नए टॉपिक को खोजने , उस पर अनुसन्धान करने और लिखने पर केंद्रित कर सकते हैं।
सामान्यतः ब्लॉग लिखने वाले डेवलपर नहीं होते हैं। वो coding नहीं कर सकते हैं। उनके लिए खासकर शुरुआती दौर में ऐसा प्लेटफॉर्म जिसमे कोडिंग न करना पड़े, ही बेहतर होता है। उनके लिए ड्रैग और ड्राप वाली वेबसाइट बिल्डर ही काम आता है। पर एक बात ध्यान में रखने वाली ये है कि कोई भी चीज अपने आप में परफेक्ट नहीं होता है। कोई भी ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म हर किसी के अपेक्षाओं की पूर्ति पूर्ण रूपेण नहीं कर सकता है। एक ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म में किन किन चीजों का होना अनिवार्य है – आइये एक नजर इसपर डालते हैं।
- परिपक्वता – हम पहले भी ये बात कह चुके हैं कि एक ब्लॉगर सामान्यतः डेवलपर नहीं होता है। ऐसे में छोटी छोटी प्रोब्लेम्स या बग्स आपको बहुत परेशान करती है। और एक नए सॉफ्टवेयर में बग्स एक आम बात है। समय के साथ साथ , जैसे जैसे डेवलपर को इन बग्स के बारे में पता चलता है वो इनको दूर करते रहते हैं। एक नए ब्लॉगर का पूरा ध्यान टॉपिक को ढूढ़ने , उस पर अनुशंधान करने और लिखने पर लगना चाहिए न कि परेशानियों को दूर करने या उसका हल ढूढ़ने में। एक परिपक्व सॉफ्टवेयर में समय के साथ जैसे जैसे डेवलपर को बग्स का पता चलता है, उसका उन्मूलन करते रहता है। इसलिए उस ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म का चयन करना चाहिए जो समय के साथ टेस्टेड हो तथा बग्स के चांस कम हो, जिनके उपयोगकर्ता बड़े पैमाने पर हों , इससे एक ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म के परिपक्वता का अनुमान लगता है।
- सूंदर और आकर्षक थीम की उपलब्धता – ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म कुछ Basic थीम के साथ आता है। आपको सूंदर और आकर्षक थीम के लिए थर्ड पार्टी थीम का सहारा लेना पड़ता है। अगर आप एक विख्यात ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म को चुनते है तो आप को अपने मन मुताबिक थीम्स मिल जायेंगे पर अन्य के साथ हो सकता है आपको अपने मन मुताबिक थीम न मिले।
- Plugins की उपलब्धता – हर किसी का अपने वेबसाइट के लिए अलग अलग आवश्यकताएं या चाहत होती है। हर किसी के चाहत की पूर्ति किसी भी ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म के लिए मुश्किल है, और अगर इसे पूरा करने की कोशिश भी की जाये तो ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म काफी भारी भरकम हो जायेगा। ऐसे में आपकी एक चाहत और पचास अन्य की। कुल मिला कर ये वेबसाइट को स्लो कर देगा। ऐसे में Plugins का उपयोग काफी लाभकारी होता है। आपको जितने फीचर्स चाहिए, सिर्फ उतना Plugins install करें , बाकी की कोई जरुरत नहीं। इस लिए ऐसा प्लेटफॉर्म चुनिए जिसमे Plugins Install करने की सुविधा हो और ढेरों plugins उपलब्ध हो।
- Widget की उपलब्धता – ठीक plugins की तरह Widget भी आपके ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को सुविधा जनक बनाता है। Widget आपके GUI (Graphical User Interface ) को आसान और खूबसूरत बनता है। ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म का चयन करते वक़्त इसकी भी उपलब्धता तथा बहुलता जाँच लेना अनिवार्य है।
- SEO के अनुकूल – अगर इंटरनेट का थोड़ा सा भी अनुभव होगा तो SEO की जरुरत को नकार नहीं सकते । Organic Traffic की चाहत हर ब्लॉगर को होता है और SEO से बढ़िया इसका कोई उपाय नहीं है। इसलिए एक ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का SEO के अनुकूल होना ही चाहिए।
- विज्ञापन की सुविधा – ब्लॉग्गिंग से आय का होना भी जरुरी है। अगर आय नहीं होगी तो न तो आपकी दिलचस्पी बढ़ेगी और न ही इसके रख रखाव में रुची। इसलिए ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ऐसा चुनिए जिसमे विज्ञापन आसानी से लगा सकें।
आज हम उपलब्ध सारे ब्लॉग्गिंग प्लेटफॉर्म का अवलोकन करेंगे तथा उससे जुड़े तथ्यों को जानने समझने कि कोशिश करेंगे।
यूँ तो इंटरनेट पर अनेकों ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म उपलब्ध है पर उनमे कुछ प्रसिद्ध नाम है – WordPress, Blogger, Shopify , Joomla, Drupal , Wix , Mediun , इत्यादि। हम यहाँ पर इन सारे CMS की बात अगर करेंगे तो यह आलेख काफी लम्बा हो जायेगा और साथ ही काफी उलझन भरा हो जायेगा। इसलिए यहाँ हम सिर्फ तीन के बारे में बात करेंगे जो कि इन सारों में अति प्रसिद्ध है और प्रायः एक नया ब्लॉगर इन्ही को चुनता है। जी हाँ , हम बात कर रहे हैं Blogger , Mediun और WordPress की।
Median एक अलग तरह का ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म है और इसके पास लाखों पाठक का समुदाय है। यहाँ पर आप Median के लिए लिखते हैं। आपको कुछ भी मैनेज करने की जरुरत नहीं है, सिर्फ लिखना है और पोस्ट करना है। ठीक उसी तरह जैसे Youtube पर लोग Video पोस्ट करते हैं। आपको अपना डोमेन बगैरह लेने की जरुरत नहीं है। आप Median के लिए लिखते हैं और उस पोस्ट जे जितनी भी कमाई median को होती हैं उसमे से एक हिस्सा आपको मिल जाता है। चूँकि Median का बिज़नेस मॉडल अलग है, यहाँ आप अपना ब्रांड वैल्यू नहीं बना सकते हैं और न ही Adsense से Monitization , इसलिए आगे हम इसकी चर्चा नहीं करेंगे।
अब बचा दो – WordPress और Blogger , हम सिर्फ इन्ही दो की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि एक तो ये दोनों ही ऊपर कहे सारे मापदंडो को पूरा करता हैं तथा अति प्रसिद्ध और अति लोकप्रिय है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दुनिया की लगभग 40% वेबसाइट WordPress पर बनी हुई है। जहाँ WordPress लोगों का नंबर वन चॉइस है वही Blogger खास कर नए ब्लागरों काफी आकर्षित करता है। यहाँ पर आप बिना किसी लागत के , एक भी पैसा खर्च किये बगैर आप अपना ब्लॉग शुरू कर सकते हैं और वो भी Google के भरोसे के साथ।
अब ऐसे में ये सवाल उठता हैं कि आखिर दोनों में बेहतर कौन सा है।
WordPress और Blogger में कौन बेहतर है।
तो चलिए हम कुछ और मापदंड का सहारा लेते हैं। और इसके बाद आप खुद निर्णय कर लेंगे कि आप WordPress के साथ जाना है या Blogger के साथ।
स्वामित्व
Blogger को Pyra Labs नामक एक संस्था ने 1993 शुरू किया था जिसे Google ने 2003 में ख़रीद लिया। अब blogger.com Google के स्वामित्व हैं । blogger पर ब्लॉग की शुरआत काफी आसान हैं , आप अपने Google Account की सहायता से अपना ब्लॉग तुरंत शुरू कर सकते हैं। पर गौर करने वाली बात ये हैं कि आपका सारा कंटेंट या मटेरियल Google के सर्वर पर स्टोर होगा। आप ब्लॉग लिखते तो है पर असल में आपके पास पूर्ण मालकियत नहीं रहती है। आप गूगल का Server Access नहीं कर सकते हैं। Google आपका अकाउंट कभी भी डिलीट कर सकता है। और चूँकि यह गूगल का एक फ्री सेवा है, आप उसपर कोई क्लेम भी नहीं कर सकते हैं।
वही WordPress एक Community Based Open Source सॉफ्टवेयर है जिसका मालिकाना हक़ किसी के पास नहीं है। आपको इसे डाउनलोड करके खुद होस्टिंग करना है और इस तरह से आप अपने ब्लॉग के मालिक खुद होते हैं। आप जब तक चाहें , अपने ब्लॉग को चला सकते है और जब चाहें बंद कर सकते है, पर आपका data हमेशा आपके कण्ट्रोल में रहेगा। आप चाहें तो अपना होस्टिंग भी बदल सकते हैं और सारा Data दूसरे होस्टिंग पर ट्रांसफर कर सकते हैं।
Blogger पर सिर्फ आपको ब्लॉग लिखना है बाकी सारा रख रखाव व् सुरक्षा Google करता है, जबकि WordPress में इन सारी चीजों को सहेजना आपकी जिम्मेवारी है।
नियंत्रण
Blogger अपने सादगी के लिए प्रसिद्ध हैं । इसमें आपके इच्छानुसार ज्यादा बदलाव संभव नहीं है। जो थोड़ा बहुत Option है, उसी से काम चलना पड़ेगा। अतिरिक्त फीचर Add करने का कोई प्रावधान नहीं है।
जबकि WordPress ढेर सारा बदलाव का Option देता है। चूँकि यह एक Open Source Software हैं, आप अपने इच्छानुसार कोई भी बदलाव कर सकते हैं। आप अगर PHP जानकार हैं तो Coding level पर भी बदलाव कर सकते है। साथ ही ढेरों Plugins और widget उपलब्ध हैं जिसकी सहायता से आप बिना Code में कोई Change किये ही , आप बहुत कुछ बदल सकते हैं या फिर अपने मनमुताबिक अतिरिक्त फीचर्स Add कर सकते हैं।
सुन्दर और आकर्षक रूप
WordPress में अनगिनत Themes उपलब्ध हैं । आप अपने मन मुताविक सुन्दर और आकर्षक theme चुन सकते हैं जो कि आपके ब्लॉग पेज कि सुंदरता को चार चाँद लगा सकता है। Free और Paid दोनों तरह के theme उपलब्ध है और विविधता इतनी है कि आपको किसी भी सूरत में निराश नहीं होना पड़ेगा। साथ ही themes में आप अपने अनुसार बदलाव भी कर सकते हैं और यह एक प्रमुख कारण है WordPress की लोकप्रियता का।
वहीं Blogger के लिए बहुत ही सीमित Themes उपलब्ध है। Theme का अपने अनुसार बदलाव या अनुकूलन की प्रक्रिया भी बहुत ही जटिल है । एक शुरुआती लेखक के लिए तो मानो असंभव ही है।
SEO
मैंने ऊपर SEO की जरुरत की चर्चा की है और ये आपके लिए बहुत ही जरुरी है। अगर Blogger vs WordPress की बात करें तो WordPress का SEO के प्रति अनुकूलता Blogger से बेहतर है । WordPress के साथ कई Plugins हैं जो की इसको SEO अनुरूप बना देता है और आपका ब्लॉग Google पर ट्रेंड करने लगता है। हालाँकि Blogger का भी Domain Authority (DA) बहुत ज्यादा है और इस लिए इसपर भी SEO हो जाती है पर Plugins की कमी के चलते ये बाज़ी वर्डप्रेस के हक़ में ही जाती है।
सुरक्षा
सुरक्षा के मामले में Blogger बेहतर है। यह Google का प्रोडक्ट है और Google द्वारा managed server पर होस्टेड है, इसलिए इसे Hack करना आसान नहीं है। इस मामले में Blogger बेहतर है । WordPress की होस्टिंग आप खुद करते हैं और इसके लिए सुरक्षा उपाय भी खुद ही करना पड़ेगा, और प्रायः ये देखा जाता है कि वर्डप्रेस के वेबसाइट हैक हो जाते हैं। आपको इसकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध करना पड़ता है।
Server Transfer
जब भी आप होस्टिंग सर्वर बदलना चाहेंगे , Blogger आपको मुश्किल में डाल देगा । हालाँकि Blogger आपको डाटा एक्सपोर्ट की सुविधा देता है पर दूसरे सर्वर पर ये सॉफ्टवेयर कैसे मिलेगा। और इसलिए अगर आप डेवलपर नहीं हैं तो ये काम असंभव है। और अगर किसी तरह आपने अपने ब्लॉग को कहीं ट्रांसफर कर भी लिया तो भी आपकी मुश्किलें काम नहीं होगी। Blogger Sub Domain पर काम करता है और इसलिए जब आप सर्वर बदलते हैं तो आपके SEO पर सीधा प्रभाव पड़ेगा और Visitor भी कम हो सकते हैं।
जबकि WordPress की वेबसाइट बड़े आसानी से दूसरे सर्वर पर डाला जा सकता है और आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Update
WordPress Community based सॉफ्टवेयर है और इसलिए इसके Updates आते रहते हैं तथा अन्य संस्थाएं भी नए नए plugins और Widget का निर्माण करके इसे अन्य software से आगे रखते हैं। इसके अलावा इसका पूरा कोड आपके पास है और जरुरत पड़ने पर आप खुद भी छोटे मोटे प्रोब्लेम्स का निदान कर सकते हैं।
Blogger इस मामले में बहुत पीछे है । इसके Updates कभी कभार ही आते हैं। नए फीचर्स का addition भी नहीं के बराबर है। बल्कि डर इस बात का है कि जैसे Google ने पीछे अपने कई प्रोडक्ट को बंद किया है , वैसे ही कही Blogger को भी बंद न कर दे।
सहयोग
वर्डप्रेस Open Source सॉफ्टवेयर होने के चलते एक बहुत बड़ी समुदाय इससे जुड़ा हुआ है और लोकप्रियता के चलते देर सारे ब्लॉग और ऑनलाइन डाक्यूमेंट्स उपलब्ध हैं। इसकी प्रचुरता इस कदर है कि आपके हर एक प्रॉब्लम का समाधान आसानी से मिल जायेगा। चूँकि कोड भी आपके पास है आप खुद भी या किसी डेवलपर कि सहायता से अपने प्रॉब्लम का समाधान ढूंढ सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ Blogger के लिए सहयोग का प्रावधान कम है। ऑनलाइन डाक्यूमेंट्स भी इतनी ज्यादा नहीं है , जो आपको समाधान दे सके। आपको सीमित संसाधन के तहद ही कम करना होगा।
मुद्रीकरण (Monetization)
वर्डप्रेस पूर्ण रूपेण आपके कण्ट्रोल में रहता है और आप चाहे जैसे भी उसे Monetise कर सकते हैं। चाहे तो AdSense से या फिर Affiliate link से या फिर सब्सक्रिप्शन प्लान से – मतलब किसी भी तरह से।। यहाँ तक कि आप अपना ऑनलाइन स्टोर भी खोल सकते हैं।
लेकिन Blogger पर ये आजादी आपको नहीं है। आप अपने ब्लॉग को सिर्फ AdSense से Monetise कर सकते हैं या फिर Affiliate link से । इस दो के अलावा और कोई ऑप्शन आपके पास नहीं है।
उपसंहार
मैंने ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म से जुड़े सरे मुद्दों को आपके सामने रखा और मुझे पूरा विश्वास है कि आपको जरूर अपना फैसला लेने में आपको मदद करेगा। अगर सीधे शब्दों में कहें तो मेरी अनुशंषा वर्डप्रेस का है । ये आपको किसी भी तरह से निराश नहीं करेगा । और यह सिर्फ मेरा नहीं, इंटरनेट के 40% वेबसाइट इसे ही पसंद करता है।